गांधीवादी विचारों को समर्पित मासिक पत्रिका "गाँधीश्वर" एक लंबे अरसे से छत्तीसगढ़ के कोरबा से प्रकाशित होती आयी है।इसके अब तक कई यादगार अंक प्रकाशित हुए हैं।
प्रधान संपादक सुरेश चंद्र रोहरा जी की मेहनत और लगन ने इस पत्रिका को एक नए मुकाम तक पहुंचाने में अपनी बड़ी भूमिका अदा की है। रायगढ़ के वरिष्ठ कथाकार , आलोचक रमेश शर्मा जी के कुशल अतिथि संपादन में गांधीश्वर पत्रिका का जून 2024 अंक बेहद ही खास है। यह अंक डॉ. टी महादेव राव जैसे बेहद उम्दा शख्सियत से हमारा परिचय कराता है। दरअसल यह अंक उन्हीं के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केन्द्रित है। राव एक उम्दा व्यंग्यकार ही नहीं अनुवादक, कहानीकार, कवि लेखक भी हैं। संपादक ने डॉ राव द्वारा रचित विभिन्न रचनात्मक विधाओं को वर्गीकृत कर उनके महत्व को समझाने की कोशिश की है जिससे व्यक्ति विशेष और पाठक के बीच संवाद स्थापित हो सके।अंक पढ़कर पाठकों को लगेगा कि डॉ राव का साहित्य सामयिक और संवेदनाओं से लबरेज है।अंक के माध्यम से यह बात भी स्थापित होती है कि व्यंग्य जैसी शुष्क बौद्धिक शैली अपनी समाजिक सरोकारिता और दिशा बोध के लिए कितनी प्रतिबद्ध दिखाई देती है।इस अंक में कविता ,कहानी, व्यंग्य इत्यादि रचनाओं का आनंद लिया जा सकता है। उन्होंने अंग्रेजी और तेलुगु से 145 लेखों और पांच कहानियों का भी अनुवाद किया है, जो एक दुष्कर कार्य था। डॉ. राव के व्यक्तित्व और कृतित्व पर जिन लेखकों ने कलम चलाई है वे साधुवाद के पात्र हैं। पत्रिका का गेटअप बहुत आकर्षक है। कागज की क्वॉलिटी और छपाई बहुत ही बढ़िया और शानदार है। साहित्य एवं विचारों के प्रचार प्रसार को लेकर गाँधीश्वर परिवार को मैं बधाई देता हूँ । इतने सुंदर अंक उपलब्ध कराने के लिए प्रधान संपादक सुरेश चंद्र रोहरा एवं अतिथि संपादक रमेश शर्मा जी का हृदय तल से कोटिशः धन्यवाद।
बसंत राघव
रायगढ़ छत्तीसगढ़
बहुत ही सधी हुई पत्रिका परिचय। श्री बसंत राघव जी का आभार।
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