रायगढ़।स्वामी आत्मानंद शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चक्रधर नगर रायगढ़ में 10 दिवसीय समर कैंप का आयोजन 30 मई को संपन्न हुआ।
पहला सत्र कहानी सुनने सुनाने और उस पर सवाल जवाब का सत्र था। पहले सत्र में व्याख्याता रमेश शर्मा द्वारा बच्चों के लिए लिखी गईं नौ में से चुनी हुईं अपनी तीन कहानियाँ मीठा जादूगर, गणित की दुनिया और नोटबुक, जिसे विशेष तौर पर स्कूल शिक्षा विभाग एससीईआरटी रायपुर द्वारा बच्चों के लिए ही प्रकाशित किया गया है, पढ़कर सुनाई गईं। इन कहानियों को सुनाने के बाद उन्होंने बच्चों से कई सवाल जवाब किये जिनके उत्तर बच्चों की ओर से दिए गए। बच्चों के उत्तर सुनकर उपस्थित छात्र छात्राओं एवं शिक्षक शिक्षिकाओं को यह महसूस हुआ कि बच्चों ने इन कहानियों को कई डाइमेंशन से समझने की कोशिश की है और उसे अपने जीवन से जोड़कर भी देखने का प्रयास किया है। कहानी सुनाने और सुनने की इस प्रक्रिया में बच्चों ने यह स्वीकार किया कि कहानी कला संप्रेषण की एक सशक्त विधा है और इसके माध्यम से बहुत सी बातें रोचक ढंग से सीखी जा सकती हैं। इस अवसर पर कहानी लिखने की कला पर भी बातचीत हुई।
इसी क्रम में व्याख्याता रश्मि वर्मा ने भी एक सुंदर और प्रेरणादायी कहानी का पाठ किया। इस कहानी पर भी बच्चों ने अपना फीडबैक प्रदान किया। इस तरह समर कैंप का यह अंतिम दिवस कथा कहानी के नाम रहा। बच्चों ने आज के दिन कहानी कला की विशेषताओं को जानने समझने का प्रयास किया और यह सत्र उनके लिए बहुत उपयोगी साबित हुआ।
इस अवसर पर विद्यालय की हेडमिस्ट्रेस विजयलक्ष्मी नायर, विद्यालय की शिक्षिका कनक चौहान, व्याख्याता शैलेंद्र कुमार नन्दे एवं स्वर्णलता भगत ने भी बच्चों को संबोधित करते हुए उनका उत्साह वर्धन किया एवं जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। आज ही के दिन गणित क्विज कंपटीशन में अच्छा प्रदर्शन के लिए विद्यालय की दो छात्राओं शाहीन शाहनवाज एवं संजना संवर को नटवर स्कूल में जिला पंचायत सीईओ की ओर से सम्मानित भी किया गया।
प्राचार्य राजेश डेनियल के निर्देशन में इस 10 दिवसीय समर केम्प की रूपरेखा विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य अनिल कुमार शराफ ने तैयार किया था जिसे सफ़लतम रूप देने में विद्यालय के स्टॉफ एवं बच्चों का भरपूर सहयोग मिला। अंतिम दिवस ब्याख्याता रश्मि वर्मा द्वारा बच्चों एवं स्टॉफ के लिए स्वल्पाहार एवं शर्बत की व्यवस्था भी की गयी जिसका आनंद सबने लिया। विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए यह दस दिवसीय समर केम्प एक नया प्रयोग था। बच्चों की भरपूर उपस्थिति से यह प्रमाणित भी हुआ कि उन्हें इस तरह के कैंप पसंद हैं और इसका आयोजन भविष्य में भी होना चाहिए।
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